जब दिशाएँ मौन हों,
सब पूछें तुम कौन हो,
राह चलते जाइये बस,
रास्ते बनाइये बस,
वक़्त ऐसा आएगा ,
वक़्त ठहर तब जाएगा,
पास फिर सब आएंगे,
सब गले लगाएंगे,
फिर सितारा गर्दिशों से,
आसमां में आएगा ,
गुमनाम मुसाफ़िर फिर से,
एक बार मंजिल पायेगा !
सब पूछें तुम कौन हो,
राह चलते जाइये बस,
रास्ते बनाइये बस,
वक़्त ऐसा आएगा ,
वक़्त ठहर तब जाएगा,
पास फिर सब आएंगे,
सब गले लगाएंगे,
फिर सितारा गर्दिशों से,
आसमां में आएगा ,
गुमनाम मुसाफ़िर फिर से,
एक बार मंजिल पायेगा !
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