लड़ते दोनों हैं,
वो बिस्किट के लिए,
आप सत्ता के लिए,
लड़ते दोनों हैं,
आप देश चलाने ले लिए ,
वह,
देश में जीने के लिए,
याद होगा आपको,
चुनाव में आप,
उसके घर जाके,
खाते थे,
तब आप भूखे होते थे,
उसके वोट के लिए..
आज लौटा दीजिये,
उसको,
जो आपने चुनाव में उसके घर खाया था,
उसका हिसाब कर दीजिये,
आज वो भूखा है,
पेट का..
कल आप मोहताज होकर उसकी तरफ देख रहे थे,
आज वह ताक रहा है,
आपकी तरफ,
उसे अपना हिसाब बराबर करना है,
और आपको उसके नमक का हिसाब,
उसे उम्मीद है,
आप अभी भी नमक हलाल जरूर होंगे ..
©"माहिर"