रविवार, 5 अप्रैल 2020

"पंचायत " वेबसीरी़ज समीक्षा





वेबसीरी़ज की श्रृंखलाओं में यूँ तो तमाम थ्रिलर और सस्पेंस की कहानियाँ कही जाती रही हैं, लेकिन इनसे अलग कई देशी कहानियाँ और आम आदमी की कहानी भी कही जाती रही है.. 
लेकिन इन सब से भी अलग,  जब गाँवों की कहानी कही जाती है ,तो उसमें वो सब कुछ होता है ,जो परत दर परत बदलते गाँवों के बीच भी अपने बदलाव को ठहराव देता सा नजर आने लगता है! 

कुछ इसी तरह की कहानी है "पंचायत " की। अभिषेक बचपन से शहर में पला- पढ़ा एक युवक, जो  किसी कारण वश शहर के किसी कार्पोरेट वातावरण में जगह नहीं बना पाया होता है ,लेकिन सरकारी नौकरी पा कर गाँव का पंचायत सचिव का पद पाने में सफल रहता है। 

यह कहानी उसी शहरी युवा पंचायत सचिव का है, जो नोएडा के कॉर्पोरेट के सपने को याद करते हुए गाँव के एक पंचायत भवन में रह कर जीता है, महत्वाकांक्षाओं वाला जिदी युवक CAT Entrance की तैयारी , गाँव की राजनीति, गाँव के अंध विश्वास, और मान्यताओं के साथ जो युद्ध लड़ता है यह कहानी उसी की दास्ताँ है। 
और इस युद्ध में अभिषेक का सारथी होता है पंचायत का सहायक विकास, कहानी के हर ठहराव को विकास कुछ आगे तक ले जाता है। और कहानी जोड़े रहती है! 
गाँव के काइयाँपन के साथ ही साथ यह गाँवों में दम तोड़ते अपनापन के बीच में  भी बचे हुए अपनापन के बचे होने की कहानी भी है। 

एक प्रधानपति बृज भूषण दुबे और उप प्रधान प्रहलाद पाण्डे का अभिषेक के साथ जुड़ाव, सचिव के दरोगा के साथ नोंक झोंक , अभिषेक के ऑफिस से मॉनिटर चोरी होना ऐसी तमाम घटनाएँ, अभिषेक के सफ़र को आगे बढ़ाती रहती है, शहर की गालियाँ गाँव में क्या खतरा और एडवेंचर पैदा करती हैं इसकी झलक भी मिलती है! 
अगर आप गाँव के हैं तो गाँव का एक किरदार परमेश्वर आपके आस -पास मिल जायेंगे, जो हर घी में उँगली टेढी कर के ही घी निकालने में विश्वास करते हैं!  साथ ही आप ढूँढ लेंगे अपने पास का लड़का विकास। 
 एक  कुर्सी, एक मॉनिटर, एक सोलर सिस्टम  , बीयर की बोतल और भुतहा पेड़ जैसी निर्जीव चीजों की कहानी है यह पंचायत! 

क्यों देखें? महसूस करने के लिए कि अगर आप शहरी हैं तो गाँव में आप को क्या एडवेंचर मिल जायेगा, और अगर आप गाँव वाले हैं तो आप अपने पास के किरदारों को स्क्रीन पर महसूस करने के लिए देख सकते हैं! 

तो अगर आप थोड़ा अलग देखना चाहते हैं, थोड़ा मिजाज को बोझिल होने से बचाना चाहते हों और फुल entertainment चाहते हैं तो जरूर देखें! 

सिनेमेटोग्राफी, साउंड इतना उम्दा कि आप गाँव के खेत, गाँव की शादी, गाँव के कोयल की आवाज, गेहूँ के खेत सब कुछ महसूस करेंगे.. 

गाँव बचा हुआ है कहीं इसकी वकालत करता है यह वेब सीरीज... 

कब आप 8 एपिसोड खत्म कर लेते हैं आप को एहसास  ही नहीं होता.. 
कहानी जानने के लिए देखना होगा "पंचायत"

Available on Amaon Prime

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